घर में सोलर सिस्टम को इंस्टाल करने के पहले यह जानकारी होनी चाहिए कि घर में बिजली का लोड कितना रहता है? लोड की गणना करने के लिए लिए घर में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों की क्षमता या बिजली बिल आदि का उपयोग कर सकते हैं। 2kW Solar Panel ज्यादातर घरों में स्थापित किये जाते हैं। इन पैनल से घर में बिजली की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
2kW Solar Panel
सोलर पैनल सोलर एनर्जी से बिजली का उत्पादन करते हैं, इनके अंदर सोलर सेल लगे होते हैं जो सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने का काम करते हैं। 2kW क्षमता के सोलर पैनल से हर दिन उचित धूप प्राप्त होने पर 10 यूनिट तक बिजली प्राप्त की जा सकती है। यदि आपके घर में हर दिन 10 यूनिट तक बिजली का प्रयोग होता है, तो आप 2kW Solar Panel को घर में इंस्टाल कर सकते हैं।
2kW On-grid Solar System से चलने वाले उपकरण
इस प्रकार के सोलर सिस्टम पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी को प्राप्त किया जा सकता है, ऐसे सिस्टम को स्थापित करने के बाद हर प्रकार के विद्युत उपकरण चाहे वो कितनी भी क्षमता के हों उन्हें चला सकते हैं। क्योंकि इस प्रकार के सोलर सिस्टम में ग्रिड की बिजली का उपयोग ही ग्राहक द्वारा किया जाता है। 2kW ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने पर आप आज कल में 60 हजार रुपये तक की सब्सिडी केंद्र सरकार से प्राप्त कर सकते हैं।
2kW Off-grid Solar System से चलने वाले उपकरण
2kW क्षमता के ऑफग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने पर इन उपकरणों को चला सकते हैं, लेकिन सभी उपकरणों को एक साथ नहीं चलाना चाहिए, ऐसे में सिस्टम खराब हो सकता है, ऑफग्रिड सोलर सिस्टम में पैनल से बनने वाली बिजली को बैटरी में स्टोर किया जाता है। इस सोलर सिस्टम से आप निम्नलिखित उपकरणों को चला सकते हैं।
- LED बल्ब/ट्यूबलाइट
- रेफ्रिजरेटर (500 Ltr)
- लैपटॉप एवं डेस्कटॉप कंप्यूटर
- LED टीवी
- सेटटॉप बॉक्स
- फैन
- कूलर
- एयर कंडीशनर (1 Ton)
- म्यूजिक सिस्टम
- जूसर ग्राइंडर
- वाशिंग मशीन
- लेजर प्रिंटर
सोलर पैनल के प्रकार
बाजार में मुख्यतः पॉलीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन एवं बाइफेशियल प्रकार के सोलर पैनल होते हैं, इनमें से पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल सस्ते होते हैं, इनके प्रयोग से उचित धूप मिलने पर ही बिजली बनाई जाती है। मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का प्रयोग कर के खराब मौसम में भी बिजली जनरेट की जा सकती है। बाइफेशियल सोलर पैनल सबसे ज्यादा बिजली बनाने वाले पैनल होते हैं, ये दोनों साइड से बिजली बनाते हैं।
एक सोलर सिस्टम में सोलर पैनल के साथ इंवर्टर भी मुख्य उपकरण के रूप में प्रयोग किया जाता है, यह DC को AC में बदलने का काम करता है, इसके प्रयोग से ही घर में उपकरणों को चलाया जा सकता है। क्योंकि ज्यादातर उपकरण AC करंट से ही चलते हैं। सोलर सिस्टम घर में बिजली के बिल को कम करता है।