सौर ऊर्जा को भविष्य की ऊर्जा भी कहा जाता है, क्योंकि इस ऊर्जा के प्रयोग से बिजली की कई जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते है। सही सोलर सिस्टम को स्थापित करने के लिए घर में चलाए जाने वाली उपकरणों के लोड की गणना की जाती है। घर में दो फैन और एक टीवी चलाने के लिए प्रयोग किये जाने वाले सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर और सोलर बैटरी की क्षमता का चयन लोड की जानकारी से ही किया जाता है।
सोलर पैनल का चयन
सोलर पैनल का चयन घर में प्रयोग किये जाने वाले उपकरणों के समय पर निर्भर करता है, यदि आप अपने घर में सिर्फ 3 फैन, एक टीवी और एक कंप्यूटर चलाना चाहते हैं, तो ऐसे में 320 वाट के दो सोलर पैनल का प्रयोग आप कर सकते हैं। यदि आप इन उपकरणों का प्रयोग 24 घंटे करते हैं तो ऐसे में आप 160 वाट के 4 सोलर पैनल स्थापित कर सकते हैं, जिनके कुल 640 वाट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है।
इंवर्टर का चयन
सोलर सिस्टम में DC को AC में बदलने का काम इंवर्टर द्वारा किया जाता है, AC करंट के माध्यम से ही ज्यादातर घरेलू उपकरण चलाए जाते हैं। आप घर में कम से कम 1kVA क्षमता के सोलर इंवर्टर को लगा सकते हैं, जिससे आप भविष्य में भी अपने सोलर सिस्टम की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। एवं बिना किसी रुकावट के बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
सोलर बैटरी का चयन
सोलर बैटरी का प्रयोग पावर बैकअप के लिए किया जाता है, बैटरी में पैनल से आने वाली बिजली को स्टोर किया जाता है। घर में बिजली की पूर्ति करने के लिए आप 4 सोलर पैनल के साथ में 150Ah की बैटरी को जोड़ सकते हैं।
सोलर सिस्टम को लगाने की कुल कीमत और वारंटी
इस प्रकार के उपकरणों को चलाने के लिए निम्न दो प्रकार से आपका कुल खर्चा निर्धारित किया जा सकता है:-
- दो पैनल, एक इंवर्टर और एक बैटरी लगाने पर आपको लगभग 32 हजार से 35 हजार रुपये का खर्चा हो सकता है।
- अगर आप चार पैनल लगाते हैं, तो अतिरिक्त पैनल जोड़ने पर लगभग 10 हजार रुपये अधिक का भुगतान करना पड़ सकता है, ऐसे में कुल खर्चा लगभग 45 हजार रुपये तक हो सकता है।
सोलर सिस्टम में प्रयोग किये गए सोलर पैनल पर निर्माता ब्रांड द्वारा 25 साल की कार्य प्रदर्शन वारंटी प्रदान की जाती है। जबकि इंवर्टर और बैटरी पर 3 साल की वारंटी यूजर को प्रदान की जाती है। इस सोलर सिस्टम को आप सोलर इंस्टालर की सहायता से लगा सकते हैं, जिससे सुरक्षित ढंग से सिस्टम को लगाया जा सकता है।