
भारत में पूरी तरह से पवन ऊर्जा (Wind Energy) से संचालित एयर कंडीशनर (AC) अभी तक व्यावसायिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन Renewable Energy के क्षेत्र में तेजी से बढ़ते शोध और विकास कार्य यह संकेत दे रहे हैं कि भविष्य में यह संभव हो सकता है। मौजूदा समय में भारत में सौर ऊर्जा (Solar Energy) से संचालित AC तो बाज़ार में उपलब्ध हैं, लेकिन Wind-Solar Hybrid Air Conditioning Systems पर काम अभी प्रायोगिक चरण में है।
भारत में Wind-Solar Hybrid AC पर हो रहा गहन शोध
एक हालिया अध्ययन में भारत के घरेलू उपयोग को ध्यान में रखते हुए 0.3 टन क्षमता वाले Wind-Solar Hybrid Air Conditioning System का प्रस्ताव रखा गया है। यह मॉडल 1.5 किलोवाट, 48V BLDC मोटर से संचालित होता है, जो पारंपरिक AC मॉडलों की तुलना में 13% से 20% अधिक ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) प्रदान करता है।
इस उन्नत सिस्टम की अनुमानित लागत लगभग $952 यानी लगभग ₹79,000 है। यह मॉडल 57% ऊर्जा पवन स्रोतों से और 69.4% ऊर्जा सौर स्रोतों से प्राप्त करता है, जिससे यह पूरी तरह से ग्रिड-स्वतंत्र (Grid Independent) संचालन में सक्षम हो जाता है। इसका मतलब है कि यह सिस्टम बिना बाहरी बिजली आपूर्ति के भी कार्य कर सकता है।
इस शोध का उद्देश्य न केवल पर्यावरण के अनुकूल AC विकल्पों को प्रस्तुत करना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा आपूर्ति की बाधाओं को भी कम करना है। इस तरह की तकनीकें भारत के ऊर्जा परिदृश्य को बदल सकती हैं, खासकर ऐसे समय में जब देश ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
भारत में सोलर AC की वर्तमान उपलब्धता
जहां Wind Energy आधारित AC अभी प्रयोगशाला तक सीमित हैं, वहीं Solar Energy आधारित AC भारत के उपभोक्ता बाज़ार में पहले से उपलब्ध हैं।
Exalta जैसी कंपनियां पहले ही 1.5 टन की क्षमता वाला Solar Hybrid AC पेश कर रही हैं, जिसकी कीमत ₹59,000 से शुरू होती है। यह AC दिन के समय सोलर पैनलों से संचालित होता है और रात के समय ग्रिड से बिजली लेता है।
Haier ने 2024 में भारतीय बाजार में Solar AC लॉन्च करने की योजना बनाई थी, हालांकि इसे उपभोक्ताओं से मिश्रित प्रतिक्रिया मिली है। इसका मुख्य कारण है उच्च प्रारंभिक लागत और तकनीकी ज्ञान की कमी, जो अब भी व्यापक उपयोग में बाधक हैं।
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पवन ऊर्जा से AC चलाने की संभावनाएँ: HVAC से ऊर्जा पुनः उपयोग
एक अलग अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि पारंपरिक HVAC (Heating, Ventilation and Air Conditioning) सिस्टम के निकास से निकलने वाली हवा का उपयोग छोटे वर्टिकल विंड टरबाइन से किया जा सकता है। इससे सालाना लगभग 513.82 MWh ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है।
इस ऊर्जा का उपयोग वापस उसी भवन के HVAC सिस्टम को चलाने में किया जा सकता है, जिससे न केवल ऊर्जा की बचत होती है बल्कि Carbon Emissions को भी कम किया जा सकता है। यह प्रणाली भविष्य के Smart Buildings के लिए क्रांतिकारी हो सकती है।
भारत में Renewable Energy आधारित AC सिस्टम का भविष्य
भारत में Renewable Energy की ओर झुकाव लगातार बढ़ रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाएं, जैसे PM-KUSUM और UJALA, स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही हैं। इसके साथ ही, राज्य सरकारें भी Solar Rooftop Subsidies और Green Energy Incentives के ज़रिए लोगों को Renewable Energy अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
Wind-Solar Hybrid AC जैसी तकनीकों का बाज़ार में आना एक नई शुरुआत होगी, जो खासतौर पर उन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो सकती है जहाँ Grid Power की उपलब्धता सीमित है।
भविष्य में जैसे-जैसे ऊर्जा कुशल तकनीकों की मांग बढ़ेगी और Battery Storage सस्ता और प्रभावी होता जाएगा, पवन और सौर ऊर्जा से संचालित Air Conditioning Systems भारत के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति ला सकते हैं।