
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के लिए कदम उठाना एक स्मार्ट निर्णय हो सकता है, लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ सामान्य गलतियाँ अक्सर सोलर सिस्टम की कार्यक्षमता और जीवनकाल को प्रभावित करती हैं। इन गलतियों से बचने के लिए सही दिशा-निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है। यदि आप घर पर Solar Panel इंस्टॉल करवा रहे हैं, तो इन सामान्य गलतियों से बचकर आप न केवल सिस्टम की कार्यक्षमता को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि इसकी उम्र भी बढ़ा सकते हैं।
गलत दिशा और कोण पर सोलर पैनल इंस्टॉल करना
सोलर पैनल की दिशा और कोण का सही होना बेहद महत्वपूर्ण है। गलत दिशा (जैसे उत्तर या पश्चिम) पर पैनल लगाने से उनकी कार्यक्षमता में कमी आ सकती है। आमतौर पर, सोलर पैनल को दक्षिण दिशा की ओर और सही कोण पर इंस्टॉल करना चाहिए, ताकि वे सूर्य की किरणों को अधिकतम प्रभावी तरीके से अवशोषित कर सकें। विशेषज्ञों के अनुसार, सोलर पैनल का एंगल भी मौसम और स्थान के हिसाब से बदल सकता है, और यदि एंगल सही न हो, तो यह बिजली उत्पादन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इसलिए, पैनल के इंस्टॉलेशन से पहले स्थानीय विशेषज्ञों से सलाह लेना आवश्यक है ताकि पैनल की दिशा और एंगल को सही तरह से निर्धारित किया जा सके।
यह भी देखें-क्या रिन्यूएबल एनर्जी से पूरी दुनिया की बिजली ज़रूरत पूरी हो सकती है?
छाया की अनदेखी करना – एक बड़ी भूल
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन में एक और सामान्य गलती है छाया की अनदेखी करना। अगर सोलर पैनल पर पेड़ की शाखाएँ या अन्य संरचनाएँ छाया डालती हैं, तो इससे पैनल की कार्यक्षमता पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इसे “क्रिसमस लाइट इफेक्ट” भी कहा जाता है, जहाँ एक छोटे से हिस्से पर पड़ने वाली छाया पूरे सोलर सिस्टम की दक्षता को कम कर देती है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि पैनल पूरी क्षमता से काम नहीं करते और अपेक्षित बिजली उत्पादन नहीं होता। इसलिए इंस्टॉलेशन से पहले यह सुनिश्चित करें कि पैनल के आस-पास कोई स्थिर छाया न हो। पेड़, इमारतें या अन्य बाधाएं जो सूर्य की रौशनी को रोक सकती हैं, उनका सही से मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
घटिया माउंटिंग और सामग्री का उपयोग
सोलर पैनल के माउंटिंग सिस्टम और घटकों की गुणवत्ता भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। कम गुणवत्ता वाले माउंटिंग रैक या अन्य घटक पैनल की सुरक्षा और दीर्घायु को प्रभावित कर सकते हैं। अगर पैनल को सही तरीके से माउंट नहीं किया गया है या माउंटिंग सामग्री कमजोर है, तो यह पैनल को नुकसान पहुंचा सकता है और इसके जीवनकाल को कम कर सकता है। उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री जैसे एल्यूमिनियम फ्रेम और IP68 रेटेड जंक्शन बॉक्स सोलर पैनल की कार्यक्षमता और जीवनकाल को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही, पैनल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है, खासकर अगर वे बारिश, बर्फबारी या अन्य मौसमीय परिस्थितियों का सामना कर रहे हों।
यह भी पढें-Solar vs Electricity Bill: किसमें है ज्यादा फायदेमंद निवेश? देखें
इन तीन सामान्य गलतियों से बचकर, आप अपने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की कार्यक्षमता को अधिकतम कर सकते हैं और इसके जीवनकाल को लंबा बना सकते हैं। यदि आप सोलर पैनल लगाने का विचार कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सही दिशा, छाया की स्थिति और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का चयन करें। इसके अलावा, पेशेवर सलाह लेने से आपको बेहतर इंस्टॉलेशन और लंबे समय तक काम करने वाले सोलर सिस्टम की गारंटी मिल सकती है।