
उत्तर प्रदेश में 5kW Tata Solar Panel की कीमत और उससे जुड़ी सरकारी सब्सिडी को लेकर उपभोक्ताओं के बीच तेजी से रुचि बढ़ रही है। रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) की ओर बढ़ते कदम और सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने आम लोगों को सोलर सिस्टम अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि उत्तर प्रदेश में 5 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम लगवाने की कुल लागत, मिलने वाली सब्सिडी, संभावित बिजली उत्पादन और इससे होने वाली बचत क्या है।
कुल लागत कितनी आती है बिना सब्सिडी?
उत्तर प्रदेश में यदि आप 5kW ऑन-ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम लगवाना चाहते हैं, तो इसकी बिना सब्सिडी की अनुमानित लागत ₹3.09 लाख से ₹3.90 लाख के बीच आती है। यह अंतर मुख्य रूप से सोलर पैनल के प्रकार (मोनो/पॉली), ब्रांड (जैसे Tata Power Solar), इनवर्टर की गुणवत्ता, इंस्टॉलेशन प्रक्रिया और लोकेशन के अनुसार होता है। यदि बैकअप के लिए बैटरियों का भी उपयोग किया जाता है तो लागत में और वृद्धि हो सकती है।
केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी से क्या लाभ मिलेगा?
भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत उपभोक्ताओं को सीधी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
केंद्र सरकार की ओर से 5kW सिस्टम पर ₹78,000 तक की सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार भी इसमें सहयोग करते हुए उपभोक्ताओं को ₹15,000 तक की अतिरिक्त राज्य सब्सिडी देती है। इस प्रकार कुल मिलाकर आपको ₹93,000 तक की सब्सिडी का लाभ मिल सकता है, जो सोलर सिस्टम की कुल लागत को काफी हद तक कम कर देती है।
सब्सिडी के बाद कितनी होगी वास्तविक लागत?
जब केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त सब्सिडी को कुल लागत में से घटा दिया जाए, तो 5kW सोलर सिस्टम की नेट लागत ₹2.16 लाख से ₹2.97 लाख के बीच रह जाती है। यह लागत उन उपभोक्ताओं के लिए काफी आकर्षक है जो अपने बिजली बिल में लंबे समय तक बचत करना चाहते हैं और एक बार की इन्वेस्टमेंट से अगले 20-25 वर्षों तक बिजली की चिंता नहीं करना चाहते।
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कितना होगा बिजली उत्पादन और बचत?
5kW का सोलर सिस्टम प्रतिदिन लगभग 20 से 25 यूनिट बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होता है। इसका अर्थ है कि महीने में औसतन 600 से 750 यूनिट तक बिजली पैदा की जा सकती है।
यदि आप वर्तमान में प्रति यूनिट ₹8 की दर से बिजली का भुगतान कर रहे हैं, तो हर महीने ₹4,800 से ₹6,000 तक की बचत की जा सकती है। वार्षिक तौर पर यह बचत ₹57,600 से ₹72,000 तक हो सकती है, जो 3-4 वर्षों में आपके पूरे निवेश को वसूल कर लेगी।
किन घरों के लिए उपयुक्त है 5kW सोलर सिस्टम?
5kW का सोलर पैनल सिस्टम उन घरों के लिए एकदम सही है जहां बिजली की खपत अधिक होती है। यदि आपके घर में 2 टन का एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, टीवी, पंखे, लाइट्स जैसे उपकरण हैं, तो यह सिस्टम आपकी जरूरत को पूरा कर सकता है। ऐसे मध्यम से बड़े परिवारों के लिए यह सिस्टम एक स्थायी और लाभकारी समाधान साबित हो सकता है।
आवेदन प्रक्रिया क्या है?
यदि आप उत्तर प्रदेश में 5kW सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा।

रजिस्ट्रेशन के बाद आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। इसके बाद सरकार द्वारा प्रमाणित वेंडर आपके घर का साइट सर्वे करेंगे और इंस्टॉलेशन प्रक्रिया को पूरा करेंगे। इंस्टॉलेशन के 30 दिनों के भीतर सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
सोलर पैनल क्यों है स्मार्ट इन्वेस्टमेंट?
5kW का सोलर सिस्टम न केवल आपके बिजली खर्च को कम करता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देता है। कार्बन उत्सर्जन में कमी, ऊर्जा की आत्मनिर्भरता और लंबी अवधि की लागत में बचत इसे एक स्मार्ट निवेश बनाते हैं। इसके अलावा, Tata जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड की गारंटी और टिकाऊ उत्पादों से यह निवेश और भी भरोसेमंद हो जाता है।