जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी भी पिछले सालों से ज्यादा हो रही है, ऐसे में घरों में AC, कूलर जैसे उपकरणों का प्रयोग होना एक आम बात है। लेकिन एसी का प्रयोग करने पर बिजली की खपत ज्यादा होती है, ऐसे में यूजर को बिजली का बिल भी अधिक प्राप्त होता है। AC द्वारा प्रयोग की जाने वाली बिजली की गणना एसी की क्षमता और उसे चलाने के समय पर निर्भर करती है।
दिन भर AC चलाने पर कितना आएगा बिजली बिल
सामान्यतः ज्यादातर घरों में 1.5 टन का AC प्रयोग किया जाता है, इस AC के प्रयोग से प्राप्त होने वाला बिजली बिल इस प्रकार कैलकुलेट कर सकते हैं:-
- 1.5 टन AC का प्रयोग 1 घंटे करने पर यह 1.3 यूनिट (1300Wh) बिजली का प्रयोग करता है।
- औसतन बिजली का बिल 8 रुपये प्रति यूनिट रहता है।
- 1 घंटा एसी चलाने पर ऐसे में बिजली का बिल 10.4 रुपये रहता है।
- अब यदि उपयोगकर्ता द्वारा एक दिन में 10 घंटे तक एसी का प्रयोग किया जाए तो 13 यूनिट बिजली की खपत होती है।
- 10 घंटे तक एसी का प्रयोग करने से 104 रुपये तक बिजली बिल रहता है।
AC चलाने पर 1 महीने में कितना आएगा बिजली बिल
ऊपर दी गई जानकारी के आधार पर आसानी से एक महीने में बिजली की खपत और बिल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- 1 महीने में AC द्वारा की गई बिजली की खपत
- 13 यूनिट/दिन x 30 दिन= 390 यूनिट
- 1 महीने एसी चलाने पर बिजली का बिल
- 8 रुपये/यूनिट x 390 यूनिट= 3,120 रुपये
नोट: आपके स्थान एवं एसी प्रयोग किये जाने वाले समय के अनुसार बिजली की खपत और बिल कम या ज्यादा हो सकती है। इसके साथ ही अन्य उपकरणों के प्रयोग से होने वाली बिजली की खपत का बिल भी अलग से जोड़ा जाता है।
ऐसे करें बिजली बिल कम
बिजली की बढ़ती जरूरतों के कारण ज्यादातर नागरिक अधिक बिजली बिल से परेशान रहते हैं, लेकिन अब बिल को कम करने के लिए बाजार में आधुनिक समाधान आ चुका है। सोलर पैनल (Solar Panel) का प्रयोग कर घर में सोलर सिस्टम (Solar System)को स्थापित किया जा सकता है, सोलर सिस्टम बिजली की सभी जरूरतों को पूरा करने और बिल को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह पर्यावरण को साफ रखने में भी मदद करता है।
सोलर सिस्टम के द्वारा सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जाती है, घर में सोलर सिस्टम लगाने से पहले बिजली के कुल लोड को कैलकुलेट कर लेना चाहिए, जिससे सही क्षमता के सोलर सिस्टम को स्थापित किया जा सकता है। 1 किलोवाट सोलर सिस्टम से 1 महीने में 150 यूनिट तक बिजली बनाई जाती है, इस आधार पर आप अपनी जरूरत के सोलर सिस्टम को इंस्टाल कर सकते हैं। सोलर सिस्टम को सब्सिडी के माध्यम से सस्ते में लगाया जा सकता है।