टाटा पावर की सब्सिडियरी कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी (TPREL) ने सोलर फाइनेंसिंग को किफायती और सुलभ बनाने के लिए इंडसइंड बैंक के साथ साझेदारी की है। यह पहल भारत के मध्यम और स्मॉल एंटरप्राइज (MSE) को सौर ऊर्जा में परिवर्तन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। इस साझेदारी के तहत, एमएसई को सौर ऊर्जा अपनाने में आसानी होगी जिससे उनकी परिचालन लागत में कमी और कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मदद मिलेगी।
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी और इंडसइंड बैंक की साझेदारी भारत में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखती है। यह पहल न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में व्यवसायों को सक्षम बनाती है।
₹10 लाख से ₹2 करोड़ तक के जमानत-मुक्त ऋण
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी और इंडसइंड बैंक की यह साझेदारी विशेष रूप से एमएसई के लिए है, जहां बैंक ₹10 लाख से ₹2 करोड़ तक के जमानत-मुक्त ऋण प्रदान करेगा। इन ऋणों के लिए 20% मार्जिन की आवश्यकता होती है और इन्हें सात साल तक की अवधि के लिए प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा।
TPREL के सीईओ और एमडी दीपेश नंदा ने कहा, “यह पहल एमएसई को वित्तपोषण के लिए एक सरल और प्रभावी तरीका प्रदान करेगी। यह सौर ऊर्जा में निवेश करने वाले व्यवसायों की लागत और पर्यावरणीय प्रभाव दोनों को अनुकूलित करेगा।”
रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के लिए भी होगी मदद
इस साझेदारी का उद्देश्य न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करना है बल्कि रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन को भी बढ़ावा देना है। इससे हर प्रकार के व्यवसाय को उनकी लागतें घटाने और संचालन में दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी। इंडसइंड बैंक के कॉर्पोरेट, वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग प्रमुख संजीव आनंद ने इस पहल पर कहा कि बैंक सोलर निवेश को लचीली शर्तों और प्रतिस्पर्धी दरों के साथ सक्षम बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
TPREL के मौजूदा प्रोजेक्ट और भविष्य की संभावनाएं
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी पहले से ही भारत में सौर परियोजनाओं के लिए ₹4,200 करोड़ से अधिक जुटा चुकी है। कंपनी ने 2.5 गीगावाट से अधिक सौर रूफटॉप क्षमता स्थापित की है और 1 लाख से ज्यादा ग्राहकों को सेवाएं दी हैं।
TPREL की भविष्य की योजनाएं भारत में सोलर एनर्जी को व्यापक रूप से अपनाने पर केंद्रित हैं। कंपनी ने सौर ऊर्जा के जरिए 51.67 मिलियन टन से अधिक CO2 की भरपाई करने का लक्ष्य रखा है, जो 25 वर्षों में 1.8 मिलियन पेड़ लगाने के बराबर है।
निवेशकों के लिए फायदे का सौदा
TPREL की बढ़ती सफलता और बेहतर वित्तीय प्रदर्शन इसे निवेशकों के बीच भी एक भरोसेमंद विकल्प बनाता है। कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड और सतत विकास की रणनीति इसे उच्च रिटर्न देने वाली कंपनियों की श्रेणी में लाती है।
सौर ऊर्जा में निवेश से कई फायदे
सौर ऊर्जा को अपनाने के माध्यम से न केवल कंपनियों की लागत कम होती है बल्कि यह कार्बन न्यूट्रैलिटी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। टाटा पावर और इंडसइंड बैंक की यह पहल छोटे और मध्यम व्यवसायों को पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक मजबूत कदम उठाने में मदद करेगी।
FAQ:
Q1: इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A1: यह साझेदारी भारत में मध्यम और स्मॉल एंटरप्राइज (MSE) को सोलर एनर्जी अपनाने के लिए सस्ती और सुलभ वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए है।
Q2: ऋण की राशि और शर्तें क्या हैं?
A2: ₹10 लाख से ₹2 करोड़ तक के जमानत-मुक्त ऋण 20% मार्जिन और प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर उपलब्ध हैं, जिनकी अवधि सात साल तक हो सकती है।
Q3: यह साझेदारी किस प्रकार के प्रोजेक्ट्स को कवर करती है?
A3: यह रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन और अन्य सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्तीय समाधान प्रदान करती है।
Q4: इससे एमएसई को क्या लाभ होगा?
A4: एमएसई की परिचालन लागत घटेगी, कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और उन्हें स्थिरता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
Q5: TPREL के मौजूदा प्रोजेक्ट्स और उपलब्धियां क्या हैं?
A5: TPREL ने 2.5 गीगावाट से अधिक सौर क्षमता स्थापित की है और 1 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान की हैं।
Q6: क्या यह पहल अन्य उद्योगों को भी लाभ पहुंचाएगी?
A6: हां, यह पहल विभिन्न प्रकार के व्यवसायों को लागत अनुकूलन और स्थिरता में सुधार करने में मदद करेगी।
Q7: इंडसइंड बैंक का इस पहल में क्या योगदान है?
A7: इंडसइंड बैंक प्रतिस्पर्धी दरों और लचीली शर्तों के साथ वित्तीय समाधान प्रदान करेगा।
Q8: यह साझेदारी पर्यावरण पर क्या प्रभाव डालेगी?
A8: यह साझेदारी CO2 उत्सर्जन में कमी लाने और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करेगी, जो दीर्घकालिक पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करेगी।