Waaree Renewable Technologies Ltd: एनर्जी शेयर ने भरी उड़ान, अब तक दे चुका है 56,308.42% का बम्पर रिटर्न

WRTL ने महज़ 5 साल में 50,000% से ज़्यादा रिटर्न देकर मार्केट में हलचल मचा दी है। लेकिन हालिया गिरावट और हाई वैल्यूएशन इसे जोखिमभरा बना रहे हैं। जानिए इस धमाकेदार स्टॉक के पीछे की पूरी कहानी और क्या ये अभी भी खरीदने लायक है!

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Written by Rohit Kumar

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Waaree Renewable Technologies Ltd: एनर्जी शेयर ने भरी उड़ान, अब तक दे चुका है 56,308.42% का बम्पर रिटर्न
Waaree Renewable Technologies Ltd: एनर्जी शेयर ने भरी उड़ान, अब तक दे चुका है 56,308.42% का बम्पर रिटर्न

भारत की तेजी से बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy कंपनियों में से एक, Waaree Renewable Technologies Ltd (WRTL) ने पिछले पांच वर्षों में ऐसा प्रदर्शन किया है जिसने पूरे मार्केट को चौंका दिया। एक समय की माइक्रो-कैप कंपनी अब भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक मजबूत और उल्लेखनीय खिलाड़ी बन चुकी है।

5 साल में 50,588% का ज़बरदस्त रिटर्न

Waaree Renewable Technologies Ltd (WRTL) ने बीते 5 वर्षों में लगभग 50,588% का जबरदस्त रिटर्न दिया है। इसका अर्थ है कि अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले WRTL में मात्र ₹10,000 का निवेश किया होता, तो वह आज ₹50 लाख से अधिक हो चुका होता। इस प्रकार का असाधारण रिटर्न WRTL को भारत के सबसे सफल स्मॉल-कैप से मिड-कैप ट्रांसफॉर्मेशन की कहानियों में से एक बनाता है।

शेयर का उतार-चढ़ाव और हाल का प्रदर्शन

WRTL के शेयर ने 26 अप्रैल 2024 को ₹3,037.75 का 52-हफ्ते का उच्चतम स्तर छुआ, जबकि 7 अप्रैल 2025 को इसका निचला स्तर ₹732.05 तक गिर गया। 16 अप्रैल 2025 तक इसका वर्तमान शेयर मूल्य ₹1,023.90 है।

यह उतार-चढ़ाव बताता है कि हाल के महीनों में स्टॉक में जबरदस्त वोलैटिलिटी रही है। चार महीनों की अवधि में शेयर ने लगभग 667% की उछाल दर्ज की, लेकिन फिर इसमें 68% की तेज़ गिरावट देखी गई। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट तकनीकी पैटर्न जैसे डबल-टॉप के कारण आई है, जिससे निवेशकों में डर का माहौल बना।

वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही का प्रभावशाली प्रदर्शन

WRTL ने FY25 की चौथी तिमाही में जबरदस्त वित्तीय नतीजे दर्ज किए। कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹93.76 करोड़ रहा, जो कि साल-दर-साल आधार पर 83% की वृद्धि को दर्शाता है।

इसी प्रकार कंपनी की कुल रेवेन्यू ₹476.57 करोड़ रही, जिसमें पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 74% की वृद्धि हुई। EBITDA मार्जिन लगभग 26.5% रहा, जो ऑपरेशनल दक्षता की ओर संकेत करता है।

कंपनी का मुख्य EPC (Engineering, Procurement, Construction) सेगमेंट भी मजबूत रहा, जहां ₹469.72 करोड़ की कमाई हुई, जो सालाना आधार पर 76% अधिक है।

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रणनीतिक पहल और NSE लिस्टिंग से बढ़ी पकड़

हाल ही में WRTL को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्ट किया गया है। इस लिस्टिंग से कंपनी को निवेशकों के बीच बेहतर दृश्यता मिली है और भविष्य के लिए पूंजी जुटाने में भी सहायता मिलेगी।

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साथ ही कंपनी ने हाल ही में ₹740 करोड़ के EPC प्रोजेक्ट का ठेका प्राप्त किया है, जिसके तहत 125 MWAC सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट को डेवेलप किया जाएगा। यह रणनीतिक डील कंपनी की तकनीकी विशेषज्ञता और भरोसे को दर्शाती है।

वैल्यूएशन और फाइनेंशियल पोजिशन: अवसर या खतरा?

वर्तमान में WRTL ₹10,673.81 करोड़ के मार्केट कैप के साथ एक मिड-कैप कंपनी बन चुकी है। इसका P/E रेशियो 50.9 है, जो इसे प्रीमियम वैल्यूएशन की कैटेगरी में लाता है।

हालांकि, कंपनी लगभग कर्ज-मुक्त है और इसकी वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत है। Return on Equity (ROE) 65% है और Return on Capital Employed (ROCE) 84% तक पहुंच चुका है, जो किसी भी निवेशक के लिए काफी आकर्षक संकेत हैं।

हालांकि, इसका डिविडेंड यील्ड मात्र 0.01% है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी अपने अधिकांश लाभ को विकास में पुनर्निवेश करना पसंद करती है, बजाय कि इसे शेयरधारकों के साथ बांटने के।

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क्या अभी निवेश करना समझदारी है?

इतिहास को देखें तो WRTL ने निवेशकों को असाधारण रिटर्न दिए हैं। लेकिन हाल की वोलैटिलिटी और उच्च वैल्यूएशन को नजरअंदाज करना जोखिमपूर्ण हो सकता है।

टेक्निकल एनालिसिस में डबल-टॉप पैटर्न और 68% की गिरावट से साफ है कि शेयर में शॉर्ट-टर्म में रिस्क बना हुआ है। हालांकि कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और फ्यूचर ग्रोथ प्लान्स इसे लॉन्ग-टर्म के लिए एक संभावित आकर्षक विकल्प बना सकते हैं।

इसलिए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने फाइनेंशियल सलाहकार से परामर्श करके ही निवेश का निर्णय लें, खासकर यदि वे हाई-वोलैटिलिटी और हाई-वैल्यूएशन स्टॉक्स में निवेश करने से हिचकते हैं।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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