
Suzlon Energy के शेयरों में हालिया गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता जरूर पैदा की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट मिड-टू-लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए एक मजबूत खरीदारी का अवसर हो सकती है। भारत की रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) योजनाओं में बढ़ते निवेश और ग्रीन एनर्जी के बढ़ते महत्व के चलते Suzlon जैसे खिलाड़ियों को लाभ हो सकता है।
अप्रैल और मई 2025 में Suzlon के शेयर क्यों गिरे?
अप्रैल 2025 में Suzlon के शेयर मूल्य में गिरावट देखी गई, जहां यह ₹46.15 तक लुढ़क गए। यह एक महीने का निचला स्तर था। इस गिरावट के प्रमुख कारणों में कुछ ऑर्डर कैंसलेशन और ₹7.47 लाख की कस्टम पेनल्टी प्रमुख रहे, जिससे निवेशकों के मन में कंपनी की निष्पादन क्षमता को लेकर संदेह पैदा हुआ।
मई 2025 की शुरुआत में भी शेयरों में कमजोरी देखने को मिली और यह ₹51.35 तक गिर गए, जो कि 3.51% की गिरावट को दर्शाता है। इस गिरावट के पीछे बाजार में फैली अस्थिरता और निवेशकों की सतर्कता भी कारण बनी।
ब्रोकरेज हाउसों की राय: क्या अभी खरीदारी का समय है?
हालांकि हालिया गिरावट चिंता का विषय हो सकती है, लेकिन प्रमुख ब्रोकरेज हाउस Suzlon के भविष्य को लेकर सकारात्मक हैं।
Motilal Oswal ने Suzlon Energy पर कवरेज शुरू करते हुए शेयर के लिए ₹70 का टारगेट प्राइस दिया है। यह वर्तमान स्तर से लगभग 21% की वृद्धि की संभावना को दर्शाता है। फर्म का मानना है कि भारत की आक्रामक रिन्यूएबल एनर्जी योजनाएं Suzlon के लिए नए अवसर खोल सकती हैं।
JM Financial ने Suzlon के लिए ₹71 का टारगेट प्राइस रखा है, हालांकि उन्होंने भूमि अधिग्रहण और परियोजना निष्पादन में चुनौतियों का उल्लेख किया है। ये बाधाएं कंपनी के विकास में विलंब ला सकती हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण अभी भी सकारात्मक है।
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Axis Securities के टेक्निकल एनालिस्ट राजेश पलविया ने Suzlon के शेयर को “Buy, Hold and Accumulate” की श्रेणी में रखा है, और उन्होंने ₹70-₹75 के दायरे में संभावित लक्ष्य सुझाया है।
तकनीकी विश्लेषण: समर्थन स्तरों पर दिख रहा है मजबूत आधार
टेक्निकल चार्ट्स पर नजर डालें तो Suzlon के शेयर ₹59 से ₹45 के बीच मजबूत समेकन (consolidation) दिखा रहे हैं। यह एक संकेत है कि निवेशक निचले स्तरों पर स्टॉक में धीरे-धीरे पोजीशन बना रहे हैं। इसके साथ ही, वॉल्यूम में आई हालिया वृद्धि से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि निकट भविष्य में एक ब्रेकआउट संभव है।
वर्तमान में Suzlon का स्टॉक ₹60.31 के पास सपोर्ट लेवल पर है, जबकि ₹61.22 पर इसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। यदि यह ₹62.10 के ऊपर बंद होता है, तो यह एक मजबूत तेजी की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
Suzlon के सामने मौजूद प्रमुख जोखिम
हालांकि कंपनी की पोजिशनिंग और टारगेट्स आकर्षक हैं, लेकिन कुछ जोखिम निवेशकों को सतर्क रहने के लिए बाध्य करते हैं।
Suzlon को भूमि अधिग्रहण और परियोजना निष्पादन से संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ये चुनौतियाँ न केवल परियोजना समय-सीमा को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि लागत बढ़ने की संभावना भी रखती हैं।
इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर चीन और यूरोप के रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों से मिल रही प्रतिस्पर्धा भी Suzlon के लिए चिंता का विषय है। इन क्षेत्रों से आने वाली कम लागत वाली तकनीकें कंपनी के मार्जिन पर दबाव बना सकती हैं।
सरकारी नीतियों और प्रोत्साहनों पर कंपनी की निर्भरता भी एक बड़ा जोखिम है। अगर नीति में कोई बदलाव होता है, तो कंपनी के राजस्व पर तत्काल असर पड़ सकता है।
निवेशकों के लिए रणनीति क्या होनी चाहिए?
अगर आप एक मिड-टू-लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में विश्वास रखते हैं, तो Suzlon Energy के शेयरों में आई हालिया गिरावट को नजरअंदाज करना समझदारी नहीं होगी। बाजार विशेषज्ञों की सकारात्मक राय, तकनीकी संकेतक और सरकार की ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने वाली नीतियाँ Suzlon के पक्ष में हैं।
हालांकि निवेश से पहले कंपनी की निष्पादन क्षमताओं, बाजार प्रतिस्पर्धा और सरकारी नीतिगत निर्भरता को ध्यान में रखते हुए सतर्क रणनीति अपनाना जरूरी होगा। गिरावट पर खरीदारी कर के लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है।