
Borosil Renewables ने जब से अपने Q3FY25 (दिसंबर 2024 तिमाही) के वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं, कंपनी के शेयरों में तेज़ गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को शेयर में 5% की गिरावट दर्ज की गई और यह ₹472.45 के स्तर तक फिसल गया, जो पिछले 10 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। हालाँकि कारोबार के अंत में इसमें थोड़ी रिकवरी हुई और यह ₹483.00 पर बंद हुआ। यह गिरावट निवेशकों की बढ़ती चिंता को दर्शाती है, जो कंपनी के लगातार दूसरे तिमाही घाटे और गिरती लाभप्रदता से उत्पन्न हुई है।
Q3FY25 में शुद्ध घाटा दोगुना, राजस्व में मामूली वृद्धि
कंपनी के तिमाही परिणामों के अनुसार, Borosil Renewables का Net Loss Q3FY25 में ₹30.07 करोड़ रहा, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह ₹15.89 करोड़ था। यानी शुद्ध घाटा लगभग दोगुना हो गया है। वहीं, कंपनी का कुल Revenue ₹361.49 करोड़ रहा, जो कि वर्ष-दर-वर्ष (YoY) आधार पर 9.4% की वृद्धि को दर्शाता है।
हालाँकि राजस्व में यह वृद्धि सकारात्मक संकेत हो सकती थी, लेकिन बढ़ते घाटे ने इस उपलब्धि को दबा दिया। यह स्पष्ट है कि राजस्व में वृद्धि के बावजूद लाभप्रदता में गिरावट ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
EBITDA में 79% की गिरावट, ऑपरेशनल मार्जिन में भारी सेंध
Q3FY25 में Borosil Renewables का EBITDA ₹5 करोड़ रहा, जबकि Q3FY24 में यह ₹24.08 करोड़ था। यह लगभग 79.2% की गिरावट है। इतना ही नहीं, कंपनी का EBITDA मार्जिन भी घटकर मात्र 1.4% रह गया, जबकि पिछली साल की समान तिमाही में यह 7.3% था।
यह गिरावट यह दर्शाती है कि कंपनी की Operational Efficiency में भारी कमी आई है। उत्पादन लागत, बाहरी प्रतिस्पर्धा और अन्य खर्चों के चलते मुनाफे की मार्जिन बुरी तरह प्रभावित हुई है, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय है।
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विदेशी प्रतिस्पर्धा बनी सबसे बड़ी चुनौती
Borosil Renewables के लिए सबसे बड़ी बाधा विदेशी प्रतिस्पर्धा साबित हो रही है। खासकर चीन और वियतनाम से सस्ते दरों पर सोलर ग्लास के आयात ने घरेलू बाज़ार में कीमतों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
जून से सितंबर 2024 के बीच इन देशों से सोलर ग्लास के FOB प्राइस में लगभग 32% तक की गिरावट आई, जिससे भारतीय कंपनियों को मजबूरन अपने दाम घटाने पड़े। इसके चलते प्रति मिलीमीटर औसत मूल्य Q2FY25 के ₹113/mm से घटकर Q3FY25 में ₹108/mm पर आ गया, जिससे कंपनी की आय और मार्जिन पर सीधा असर पड़ा।
गैर-आवधिक खर्चों ने EBITDA को और कमजोर किया
कंपनी को इस तिमाही में ₹4.59 करोड़ की मरम्मत लागत और ₹2.01 करोड़ के Rights Issue से जुड़े खर्चों का सामना करना पड़ा। इन अतिरिक्त खर्चों ने कंपनी के EBITDA को और नीचे गिरा दिया।
इन गैर-आवधिक खर्चों का सीधा असर कंपनी की लाभप्रदता पर पड़ा, जिससे न सिर्फ वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हुआ बल्कि निवेशकों का भरोसा भी डगमगाया।
निर्यात में तेज गिरावट, विदेशी बाजारों से घटा भरोसा
एक और झटका Borosil Renewables को Export Market से लगा, जहाँ Q3FY25 में कंपनी की निर्यात बिक्री मात्र ₹16.02 करोड़ रही, जो कि कुल राजस्व का केवल 6% है। पिछली तिमाही में यह आंकड़ा ₹34.39 करोड़ था, यानी कुल राजस्व का 13%।
यह गिरावट यह संकेत देती है कि कंपनी की International Competitiveness कम हो रही है। जब दुनिया भर में Renewable Energy सेक्टर में संभावनाएँ बढ़ रही हैं, ऐसे समय में कंपनी का विदेशी बाजारों में पिछड़ना उसके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
शेयर प्रदर्शन: दीर्घकालिक वृद्धि, अल्पकालिक दबाव
हाल के आंकड़ों के अनुसार, Borosil Renewables का शेयर वर्तमान में ₹483.00 पर कारोबार कर रहा है। कंपनी का 52-हफ्तों का उच्चतम स्तर ₹644.00 और न्यूनतम ₹403.10 है।
पिछले तीन महीनों में स्टॉक में 6.59% की गिरावट आई है। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों के लिए राहत की बात यह है कि पिछले 5 वर्षों में इस स्टॉक ने 1266.94% की वृद्धि दी है।
यह आंकड़ा इस ओर इशारा करता है कि कंपनी में दीर्घकालिक विकास की संभावनाएँ अब भी बरकरार हैं, बशर्ते वह अपनी रणनीति और प्रतिस्पर्धी दबाव से निपटने में सफल हो।
भविष्य की रणनीति: Rights Issue रद्द, अब Preferential Issue से पूंजी जुटाने की योजना
Q3FY25 के कमजोर नतीजों के बीच कंपनी ने अपने फंडिंग मॉडल में बदलाव करते हुए Rights Issue योजना को रद्द कर दिया है। इसके स्थान पर अब वह ₹697.50 करोड़ का Preferential Issue लाने की योजना बना रही है।
इस पूंजी का उपयोग कंपनी अपने Capex, तकनीकी उन्नयन और उत्पादन क्षमता में विस्तार के लिए करेगी, जिससे वह वैश्विक बाज़ारों में अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा कर सके।
यह निर्णय इस बात का संकेत हो सकता है कि कंपनी मौजूदा वित्तीय दबाव से उबरने के लिए रणनीतिक कदम उठा रही है और आगामी तिमाहियों में बेहतर प्रदर्शन की दिशा में अग्रसर है।
निवेशकों के लिए आगे की रणनीति क्या हो?
यदि आप Borosil Renewables में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समझदारी होगी कि आप कंपनी की आगामी Q4FY25 रिपोर्ट (जिसके 28 मई 2025 को आने की उम्मीद है) का इंतज़ार करें।
साथ ही, चीनी और वियतनामी आयात पर भारत सरकार की किसी भी संभावित Anti-Dumping Policy या टैक्स की घोषणा को भी नज़रअंदाज़ न करें। यह फैक्टर कंपनी की भविष्य की वित्तीय स्थिति को काफी प्रभावित कर सकता है।