क्या एक सोलर पैनल से भी चल सकता है एसी? बिजली बचाने का आसान तरीका, यहाँ जानें

Photo of author

Written by Solar News

Published on

क्या एक सोलर पैनल से भी चल सकता है एसी? बिजली बचाने का आसान तरीका, यहाँ जानें
क्या एक सोलर पैनल से भी चल सकता है एसी?

आज के समय में अधिक गर्मी पड़ने लगी है, ऐसी गर्मी में बिजली की जरूरत अधिक हो जाती है, बिजली की अधिक जरूरत का अर्थ बिजली का बिल बढ़ना भी हो सकता है। गर्मी से राहत प्राप्त करने के लिए एसी का प्रयोग किया जाता है, बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर पैनल का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। क्या एक सोलर पैनल से भी चल सकता है एसी? यहाँ जानें। सोलर पैनल के प्रयोग से बनने वाली बिजली का प्रयोग कर कर यूजर सोलर एसी जैसे उपकरणों को आसानी चला सकते हैं।

क्या एक सोलर पैनल से भी चल सकता है एसी?

सोलर पैनल को स्थापित कर आप उससे जनरेट होने वाली बिजली के माध्यम से आसानी से एसी को चला सकते हैं, एसी की बिजली रेटिंग के अनुसार सोलर पैनल का चयन किया जा सकता है। सही क्षमता के अनुसार सोलर पैनल स्थापित करने के बाद आसानी से एसी को चलाया जा सकता है। सामान्यतः घरों में 1.5 टन क्षमता का एसी प्रयोग होता है, जिसके द्वारा लगभग 840 वाट बिजली प्रति घंटे खपत की जाती है। सोलर पैनल से एसी चलाने पर आप ग्रिड की निर्भरता को कम करते हैं, जिससे बिजली के बिल को कम करने में ये आपकी सहायता करते हैं।

सोलर पैनल की आवश्यकता

1.5 टन के एसी को चलाने के लिए 2500 वाट के सोलर पैनल स्थापित कर सकते हैं। ऐसे में आप 250 वाट के 10 सोलर पैनल अपने सिस्टम में स्थापित कर सकते हैं। इस सोलर सिस्टम की सहायता से आप आसानी से अन्य विद्युत उपकरणों को भी चला सकते हैं। एसी को चलाने से पहले आपको यह जान लेना आवश्यक रहता है, कि सोलर पैनल से बनने वाली बिजली पर्याप्त मात्रा में प्राप्त होती है या नहीं। सोलर पैनल को सही से सही दिशा एवं कोण में स्थापित कर के आप उनके माध्यम से उचित क्षमता में बिजली का उटोडन कर सकते हैं।

Also Readघर में लगाएं सोलर पैनल, बिजली बिल की चिंता करें खत्म

घर में लगाएं सोलर पैनल, बिजली बिल की चिंता करें खत्म

सोलर पैनल लगाने से पहले ध्यान रखने योग्य बिन्दु

सोलर पैनल लगाने से पहले आपको निम्न बिंदुओं को ध्यान में रखना चाहिए:-

  • बैटरी स्टोरेज– सोलर पैनल के माध्यम से बनने वाली बिजली को स्टोर करने के लिए आप बैटरी को सिस्टम में जोड़ सकते हैं। बैटरी में स्टोर बिजली को डीसी से एसी में बदलने के लिए इंवर्टर को कनेक्ट किया जाता है।
  • स्थान– सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए आपके पास पर्याप्त स्थान होना चाहिए, यदि आप आधुनिक मोनो सोलर या बाइफेशियल सोलर पैनल स्थापित करते हैं तो ऐसे सोलर कम स्थान में भी लग सकते हैं।
  • रखरखाव– सोलर पैनल का लाभ लंबे समय तक प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि आप उन पर पड़ने वाली धूल-मिट्टी को समय-समय पर साफ करते रहें।

सोलर पैनल से बनने वाली बिजली से आप एसी को चला सकते हैं, ग्रिड की निर्भरता को कम करने के लिए सोलर पैनल एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं। सोलर पैनल के साथ में इंवर्टर एवं बैटरी का प्रयोग कर के आप एक कुशल सोलर सिस्टम स्थापित कर सकते हैं। ऐसे सिस्टम से आप गर्मियों में ठंडक प्राप्त करने के साथ ही बिजली के बिल को कम कर सकते हैं। सोलर उपकरण पर्यावरण के अनुकूल कार्य करते हैं, जिससे पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है।

Also ReadLuminous 4kW सोलर सिस्टम लगाने का पूरा खर्चा अभी देखें

Luminous 4kW सोलर सिस्टम लगाने का पूरा खर्चा अभी देखें

Author
Solar News

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें