TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल में अंतर, पूरी डिटेल देखें

TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल में क्या है फर्क? कौन सा देगा ज्यादा बिजली और कम बिल? जानिए पूरी डिटेल जो आपके सोलर सिस्टम चुनने से पहले जरूर पढ़नी चाहिए, वरना होगा बड़ा नुकसान!

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TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल में अंतर, पूरी डिटेल देखें
TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल में अंतर, पूरी डिटेल देखें

सोलर पैनल की टेक्नोलॉजी को आए दिन विकसित किया जा रहा है, ऐसे में TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल बाजार में सबसे आधुनिक सोलर पैनल कहे जाते हैं। दोनों ही सोलर पैनल अधिक बिजली जनरेट करते हैं। बाइफेशियल सोलर पैनल और टॉप कॉन सोलर पैनल का प्रयोग कर के खराब मौसम में भी बिजली बनाई जा सकती है। इन सोलर पैनल के अंतर को जान कर आप सोलर पैनल का चयन कर सकते हैं।

बाइफेशियल सोलर पैनल (Bifacial Solar Panels)

  1. डिजाइन और निर्माण: बाइफेशियल सोलर पैनल दोनों ओर (सामने और पीछे) से प्रकाश अवशोषित करते हैं। इस डिज़ाइन के कारण, ये पैनल दोनों दिशाओं से सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होते हैं। ये सामने की ओर सूर्य से डायरेक्ट प्राप्त होने वाले प्रकाश से एवं पीछे की ओर से Albedo लाइट से बिजली का उत्पादन करते हैं।
  2. ऊर्जा उत्पादन: बाइफेशियल पैनल सिंगल-साइडेड पैनल की तुलना में अधिक ऊर्जा उत्पन्न कर सकते हैं, क्योंकि ये पैनल आसपास की सतह से परावर्तित होने वाली प्रकाश को भी अवशोषित करते हैं।
  3. स्थापना: इन्हें सामान्यतः ऐसे स्थानों पर लगाया जाता है, जहां इनकी दूसरी सतह से भी प्रकाश प्राप्त हो सके, जैसे कि सॉलिड ग्राउंड पर या किसी ऐसी सतह पर जहां प्रकाश परावर्तित होता है।
  4. लागत: ये सामान्य सोलर पैनल्स की तुलना में महंगे होते हैं, लेकिन दीर्घकालिक में इनका उच्च ऊर्जा उत्पादन इनकी लागत को सही ठहरा सकता है।
  5. वारंटी– इन सोलर पैनल पर ज्यादातर कंपनियों द्वारा 27 साल की वारंटी प्रदान की जाती है।

Topcon सोलर पैनल (Tunnel Oxide Passivated Contact Panels)

  1. डिजाइन और निर्माण: Topcon सोलर पैनल सिलिकॉन वेफर्स पर आधारित होते हैं, जिनमें एक पतली ऑक्साइड लेयर होती है। इस तकनीक का उद्देश्य इलेक्ट्रॉन पासिवेशन को बढ़ाना है जिससे पैनल की कार्यक्षमता बढ़ती है।
  2. ऊर्जा उत्पादन: Topcon तकनीक पर आधारित पैनल उच्च ऊर्जा रूपांतरण दक्षता प्रदान करते हैं, जो पेरकोव्साइट और अन्य उच्च-प्रदर्शन प्रौद्योगिकियों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है।
  3. प्रदर्शन: ये पैनल उच्च तापमान और कम प्रकाश स्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, इसलिए ही इन्हें किसी भी स्थान में प्रयोग किया जा सकता है।
  4. लागत: Topcon पैनल बनाने की प्रक्रिया अपेक्षाकृत अधिक जटिल और महंगी है, लेकिन उच्च दक्षता और बेहतर प्रदर्शन की वजह से इनकी लागत भी उचित हो सकती है। इनकी कीमत बाइफेशियल सोलर पैनल से थोड़ी ज्यादा होती है।
  5. वारंटी: निर्माता कंपनियों द्वारा इस प्रकार के सोलर पैनल पर 30 साल तक की वारंटी प्रदान की जाती है।

TOPCON और बाइफेशियल सोलर पैनल में अंतर

कारक TOPCON सोलर पैनल बाइफेशियल सोलर पैनल
दक्षता 22% से अधिक21% से अधिक
कीमत बाइफेशियल पैनल की तुलना में अधिकTOPCON पैनल की तुलना में कम
वारंटी 30 साल27 साल
डिग्रेडेशन1% (वार्षिक)2% (वार्षिक)
ऊर्जा उत्पादन बाइफेशियल से अधिकTOPCON से कम

सारणी से TOPCON और बाइफेशियल में अंतर जानने के बाद आप आसानी से यह समझ सकते हैं कि TOPCON सोलर पैनल बाइफेशियल सोलर पैनल से अधिक कुशल होते हैं। ऐसे में बाइफेशियल सोलर पैनल की कीमत कम रहती है, इसलिए इनका प्रयोग ज्यादा उपभोक्ता करते हैं। TOPCON सोलर पैनल को खरीदने के बाद आप लंबे समय तक अधिक बिजली का उत्पादन कर सकते हैं।

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सोलर पैनल लगाकर बिल को कम कर सकते हैं, और पर्यावरण में उपलब्ध कार्बन फुटप्रिन्ट को कम कर सकते हैं, ऐसे में आसानी से हरित भविष्य की ओर सुरक्षित ढंग से बढ़ा जा सकता है। सोलर पैनल लगाकर बिजली की सभी जरूरत को पूरा कर सकते हैं।

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Solar News

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