सोलर पैनल को लगा कर ऐसे स्थानों में भी बिजली प्राप्त की जा सकती है, जहां ग्रिड बिजली नहीं है। सोलर पैनल के प्रयोग से बिजली की समस्याओं को आसानी से हल किया जा सकता है। सोलर पैनल द्वारा सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन किया जाता है, सोलर पैनल पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखने का कार्य करते हैं, क्योंकि सोलर पैनल के प्रयोग से पर्यावरण के अनुकूल ही बिजली का उत्पादन किया जाता है, ऐसे में पर्यावरण में बढ़ रहे कार्बन फुटप्रिन्ट को सोलर पैनल के प्रयोग से कम किया जा सकता है।
1kW सोलर पैनल सिस्टम
1 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल से आप हर दिन 5 यूनिट तक बिजली का उत्पादन कर सकते हैं, ऐसे सोलर पैनल बिजली की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं, इन सोलर पैनल के माध्यम से आप बल्ब, पंखे, टीवी को चला सकते हैं। बाजार में अलग-अलग क्षमता के एवं अलग-अलग ब्रांड के सोलर पैनल उपलब्ध रहते हैं, जिसमें से आप अपनी आवश्यकता एवं बजट के अनुसार पैनल का चयन कर सकते हैं। सोलर पैनल के अतिरिक्त सिस्टम में इंवर्टर एवं बैटरी का प्रयोग भी किया जाता है। एक बार सोलर पैनल लगाने के बाद लंबे समय उसका लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम
ऑफग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को स्टोर किया जा सकता है, ऐसा सोलर सिस्टम अधिक बिजली कटौती वाले स्थानों और जहां ग्रिड बिजली की उपलब्धता नहीं रहती है, वहाँ के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस सोलर सिस्टम में एक किलोवाट के सोलर पैनल की कीमत लगभग 30 हजार रुपये होती है, इसके अतिरिक्त सोलर सिस्टम में 150 Ah की बैटरी लगाई जा सकती है, जिसकी कीमत 15,000 रुपये हो सकती है, डीसी को एसी में बदलने के लिए लगाए जाने वाले सोलर इंवर्टर की कीमत लगभग 15 हजार रुपये होती है।
ऑफग्रिड सोलर सिस्टम से आप बिजली की कटौती होने पर भी बिजली का प्रयोग कर सकते हैं, ऐसे सोलर सिस्टम में बैटरी में संग्रहीत बिजली का प्रयोग विद्युत उपकरणों को चलाने के लिए किया जाता है, इस सोलर सिस्टम से आप आसानी से बिजली का प्रयोग कर सकते हैं। ऐसे सोलर सिस्टम से ग्रिड बिजली को चलाने में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती है।
सोलर पैनल सिस्टम के लाभ
सोलर पैनल सिस्टम से होने वाले लाभ इस प्रकार रहते हैं:-
- बिजली के बिल में कमी– सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सोलर पैनल के प्रयोग से आप ग्रिड बिजली की निर्भरता को कम कर सकते हैं, ऐसे में बिजली के बिल को कम किया जा सकता है।
- ग्रिड पावर पर निर्भरता कम– सोलर सिस्टम के प्रयोग से ग्रिड की निर्भरता को कम किया जा सकता है, सोलर पैनल के प्रयोग से आर्थिक बचत की जा सकती है।
- स्वच्छ एवं नवीकरणीय ऊर्जा– सौर ऊर्जा एक नवीकरणीय ऊर्जा है, इस ऊर्जा का प्रयोग कर के पर्यावरण को साफ रखा जा सकता है।
- पावर सप्लाई- सोलर पैनल को स्थापित कर के आप निरंतर रूप से बिजली का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, दिन के समय में बैटरी को सोलर पैनल से चार्ज कर सकते हैं, जबकि रात के समय बैटरी में संग्रहीत बिजली का प्रयोग कर सकत हैं।
सब्सिडी के साथ में सस्ते में लगाएं सोलर पैनल
सरकार द्वारा नागरिकों को ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है, ऐसे सोलर सिस्टम में बैटरी का प्रयोग नहीं किया जाता है, इसमें ग्रिड के साथ पैनल से बनने वाली बिजली को शेयर किया जाता है, एवं ग्रिड बिजली का प्रयोग ही यूजर द्वारा किया जाता है। सोलर पैनल को लगाने के लिए आप पीएम सूर्योदय योजना का आवेदन कर सकते हैं।
सोलर पैनल पर किये गए निवेश को समझदारी का निवेश कहते हैं, क्योंकि एक बार सही दिशा में एवं सही कोण पर सोलर पैनल लगाने से आप आने वाले 25 साल तक सोलर पैनल से बनने वाली बिजली प्राप्त कर सकते हैं।