PLI स्कीम का सीधा फायदा: उन 4 सोलर कंपनियों को जानें जिन्हें सरकारी प्रोत्साहन से सबसे ज्यादा मुनाफा होगा।

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना, जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात निर्भरता को कम करना है, सौर ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के लिए वरदान साबित हो रही है, इस योजना के तहत, रिलायंस, टाटा पावर और अडानी समूह जैसी बड़ी ऊर्जा कंपनियों को सबसे अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

PLI स्कीम का सीधा फायदा: उन 4 सोलर कंपनियों को जानें जिन्हें सरकारी प्रोत्साहन से सबसे ज्यादा मुनाफा होगा।
PLI स्कीम का सीधा फायदा: उन 4 सोलर कंपनियों को जानें जिन्हें सरकारी प्रोत्साहन से सबसे ज्यादा मुनाफा होगा।

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना, जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात निर्भरता को कम करना है, सौर ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के लिए वरदान साबित हो रही है, इस योजना के तहत, रिलायंस, टाटा पावर और अडानी समूह जैसी बड़ी ऊर्जा कंपनियों को सबसे अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है, क्योंकि वे देश में एकीकृत सौर विनिर्माण क्षमताएं स्थापित करने में भारी निवेश कर रही हैं।

यह भी देखें: सोलर वाटर हीटर पर मिलेगी 50% तक सब्सिडी! आपके राज्य में कौन सी सरकारी योजना लागू है? (तुरंत चेक करें)

‘हाई एफिशिएंसी सोलर पीवी मॉड्यूल्स में राष्ट्रीय कार्यक्रम’ नामक इस पीएलआई योजना के तहत, कई कंपनियों को प्रोत्साहन राशि आवंटित की गई है। इस सरकारी पहल से सीधे तौर पर सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली शीर्ष कंपनियां निम्नलिखित हैं:

रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर

अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की यह सहायक कंपनी पीएलआई योजना के दोनों चरणों में प्रमुख लाभार्थी रही है। कंपनी ने बड़ी विनिर्माण क्षमताओं के लिए मंजूरी हासिल की है, जिससे उसे महत्वपूर्ण सरकारी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।

टाटा पावर सोलर

टाटा समूह की यह बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा इकाई भी इस योजना के प्रमुख लाभार्थियों में से एक है। टाटा पावर सोलर को भी अपनी मौजूदा और नई सौर विनिर्माण क्षमताओं के विस्तार के लिए योजना के तहत प्रोत्साहन प्राप्त होगा।

Also Read2025 तक भारत में लिथियम बैटरी मार्केट कितने अरब डॉलर का होगा? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

2025 तक भारत में लिथियम बैटरी मार्केट कितने अरब डॉलर का होगा? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

अडानी इन्फ्रास्ट्रक्चर

गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी समूह भी सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा खिलाड़ी है। समूह की कंपनियों को भी इस योजना के तहत सौर विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए चुना गया है, जिससे उन्हें बड़ा वित्तीय लाभ होगा।

यह भी देखें: हाइब्रिड सोलर सिस्टम पर 70% ग्रोथ: क्यों लोग अब सिर्फ ग्रिड-टाई सिस्टम नहीं लगवा रहे हैं?

इंडोसोल सोलर

शिर्डी साईं इलेक्ट्रिकल की विशेष प्रयोजन इकाई (SPV) इंडोसोल सोलर भी उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल है, जिन्हें पीएलआई योजना के तहत महत्वपूर्ण प्रोत्साहन राशि आवंटित की गई है, जो घरेलू सौर पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ये कंपनियां भारत को सौर विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप, पॉलीसिलिकॉन से लेकर वेफर्स, सेल्स और मॉड्यूल्स तक, संपूर्ण एकीकृत मूल्य श्रृंखला स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। यह योजना न केवल आयात पर निर्भरता कम करेगी बल्कि देश को 2030 के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगी।

Also Read24V vs 12V बैटरी सिस्टम में कौन देता है ज्यादा बैकअप? जानें फर्क

24V vs 12V बैटरी सिस्टम में कौन देता है ज्यादा बैकअप? जानें फर्क

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें