
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM KUSUM) योजना वर्ष 2019 में शुरू हुई थी। इस योजना का उद्देश्य किसानों को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करना और भारत की विद्युत क्षमता में 2030 तक 40% योगदान गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों (non-fossil fuel sources) से सुनिश्चित करना है। यह योजना न केवल पर्यावरण के अनुकूल है बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में सहायक है।
सिंचाई के लिए सोलर पंप का लाभ
योजना के तहत, किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप की सुविधा दी जाती है। इससे सिंचाई की लागत में कमी आती है और यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना कृषि कार्य में ऊर्जा का बेहतर उपयोग करता है। सरकार किसानों को सोलर पंप इंस्टॉल करने पर 60% सब्सिडी प्रदान करती है। उदाहरण के लिए, अगर सोलर पंप की कुल कीमत ₹1 लाख है, तो किसान को केवल ₹40,000 का खर्च उठाना पड़ता है।
यह पहल किसानों के लिए एक दोहरा लाभ है: एक ओर वे कम खर्च में अपनी कृषि भूमि की सिंचाई कर सकते हैं, वहीं दूसरी ओर सोलर एनर्जी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं।
आदिवासी किसानों के लिए विशेष अवसर
योजना के तहत आदिवासी किसानों को सोलर पावर प्लांट स्थापित करने का विशेष अवसर प्रदान किया गया है। इसके लिए किसानों को भूमि के मालिकाना हक के कागजात जमा करने होंगे, जिससे वे योजना का लाभ ले सकें। इस पहल का मुख्य उद्देश्य आदिवासी किसानों को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
वारंगल जिले की आदिवासी विकास अधिकारी डी. सौजनेया ने किसानों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इच्छुक किसान 19 तारीख तक जिला आदिवासी विकास अधिकारी के कार्यालय में आवेदन जमा कर सकते हैं।
जल और ऊर्जा सुरक्षा का माध्यम
पीएम कुसुम योजना किसानों को जल और ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम है। सोलर पंप की स्थापना से सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित होती है और बिजली पर निर्भरता घटती है। इसके अलावा, यह योजना किसानों की आय में भी बढ़ोतरी करती है।
सरकार का यह प्रयास न केवल कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
योजना की जानकारी के लिए हेल्पलाइन
योजना से संबंधित किसी भी जानकारी या सहायता के लिए किसान 9652369090 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
योजना का महत्व और भविष्य
पीएम कुसुम योजना सरकार की उन पहलों में से एक है, जो न केवल किसानों की समस्याओं का समाधान करती है बल्कि देश के विकास को भी गति देती है। सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़ें और सोलर एनर्जी का लाभ उठाएं।
इस योजना से न केवल प्रदूषण कम होगा बल्कि भारत की अक्षय ऊर्जा (Renewable Energy) क्षमता में भी इजाफा होगा। किसानों को इस योजना के तहत मिलने वाली सहायता उनके आर्थिक और सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।