हाल के ही कुछ वर्षों में सोलर पैनल की मांग बढ़ गई है, ऐसे उपकरण स्वच्छ एवं टिकाऊ ऊर्जा प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। सोलर पैनल के प्रयोग से सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली बनाई जाती है, इनके प्रयोग से पर्यावरण को सुरक्षित रखने के साथ ही ग्रिड बिजली की निर्भरता को भी कम किया जा सकता है। सोलर पैनल का निर्माण व्यवसाय (Solar Panels Manufacturing Business) शुरू कर के आप आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार के बिजनेस से आर्थिक स्थिति को सुधारने के साथ ही आप देश की नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को बढ़ाने में भी सहायता करते हैं।
Solar Panels Manufacturing Business
सौर ऊर्जा के उद्योग की वैश्विक स्थिति की बात करें तो वर्ष 2022 में यह व्यवसाय 3.3 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया था, आने वाले वर्षों में यह व्यवसाय और अधिक तेजी से विकसित हो रहा है। वर्ष 2030 तक भारत विश्व में सबसे अधिक सौर ऊर्जा निर्यात करने वाला देश बन सकता है। भारत सरकार नागरिकों को सोलर सिस्टम लगाने के लिए सोल सब्सिडी योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित कर रही है। ऐसे में आप घर पर ही सोलर पैनल को बनाने का कार्य शुरू कर सकते हैं। जिसके लिए सरकार आपको लोन प्रदान करती है।
सोलर पैनल के निर्माण में प्रारंभिक निवेश
यदि आप छोटे पैमाने पर सोलर विनिर्माण इकाई खोलना चाहते हैं तो इसमें लगभग 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक का खर्चा हो सकता है। और अगर आप बड़े पैमाने पर यह व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो इसमें 5 करोड़ से 10 करोड़ रुपये तक का खर्चा हो सकता है। सोलर पैनल को बनाने के लिए कच्चे माल को खरीदना, कुशल श्रमिकों को काम पर रखना, मशनरी एवं विनिर्माण इकाई का निर्माण जैसे कार्यों में निवेश किया जाता है। नागरिक बैंकों के माध्यम से लोन प्राप्त कर सकते हैं। एवं सरकारी सब्सिडी योजनाओं का लाभ भी उठा सकते हैं।
बिजनेस के लिए लाइसेंस और परमिट
किसी भी व्यवसाय को करने पर लाइसेंस और परमिट जरूरी होते हैं, सोलर पैनल बनाने के बिजनेस में व्यवसाय पंजीकरण, एक कारखाना लाइसेंस, जीएसटी पंजीकरण, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय से पर्यावरण मंजूरी और अनुमोदन आदि के परमिट की जरूरत होती है। साथ ही इंटरनेशलन बिजनेस करने के लिए विदेश व्यापार के एमडी से आयात कोड प्राप्त करना होता है।
Solar Panels Manufacturing Business को शुरू करें
सोलर पैनल का निर्माण आप 20 हजार वर्ग मीटर के स्थान में शुरू कर सकते हैं, क्योंकि इस स्थान में कच्चे माल को रखा जाएगा, मशीनरी को स्थापित किया जाएगा, साथ ही परिवहन जैसी आवश्यकताओं से व्यवसाय जुड़ा रहेगा। जिससे बाजार में भी प्रोडक्ट को पहुंचाने में आसानी होती है। सोलर पैनल के निर्माण में कच्चे माल में सिलिकॉन वेफर्स, एल्यूमीनियम फ्रेम, ग्लास, तार एवं बैक शीट की जरूरत होती है। इसके साथ ही मशीनरी में सोलर स्टिंगर मशीनें, सोलर सेल परीक्षण एवं उन्हें काटने की मशीनें एवं लेमिनेटर विनिर्माण चक्र में दक्षता, सटीकता और गुणवत्ता जाँचने की मशीनों को लगाया जाता है।
सोलर पैनल की ब्रांडिंग एवं व्यापार
आज के समय में बाजार में अनेक ब्रांड के सोलर पैनल देखे जा सकते हैं, यह लंबे समय तक चलने वाला एक मजबूत व्यवसाय है।
- आप ब्रांडिंग करने के लिए इंटरनेट पर वेबसाइट बनाएं।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एड आसानी से किये जा सकते हैं। ऑनलाइन विज्ञापन पेश करें।
- साथ ही अपने नजदीकी बाजार या आप जहां भी व्यवसाय को शुरू करना चाहते हैं वहाँ के सोलर विक्रेताओं से मिलें एवं अपने प्रोडक्ट की विशेषताएं समझाएं।
- आप व्यापार मेलों में अपने सोलर पैनल का प्रचार कर सकते हैं।
जैसे सोलर पैनल का प्रयोग लाभ प्रदान करता है, वैसे ही आप सोलर पैनल निर्माण का बिजनेस शुरू कर के आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनल पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन को कम करने का कार्य करता है, हालांकि इसकि निर्माण प्रक्रिया में थोड़ा प्रदूषण होता है। सोलर पैनल के निर्माण का बिजनेस शुरू करने के लिए आप सही निवेश कर सकते हैं, और अपने बिजनेस को विकसित कर सकते हैं।