Loom Solar का 5 किलोवाट सोलर पैनल कितने का लगेगा, और कितनी मिलेगी सब्सिडी

अगर आप बिजली के भारी बिलों से परेशान हैं, तो अब समय है अपने घर पर 5KW का Loom Solar पैनल लगवाने का! जानिए इसकी असली कीमत, सरकारी सब्सिडी में कितनी मिलेगी छूट, और कैसे आप इसे आसानी से इंस्टॉल करवा सकते हैं। पूरी जानकारी सिर्फ एक क्लिक में पढ़ना न भूलें!

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

Loom Solar का 5 किलोवाट सोलर पैनल कितने का लगेगा, और कितनी मिलेगी सब्सिडी
Loom Solar का 5 किलोवाट सोलर पैनल कितने का लगेगा, और कितनी मिलेगी सब्सिडी

भारत में Renewable Energy की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है, खासकर ऐसे समय में जब बिजली की दरें लगातार ऊपर जा रही है। इस बीच Loom Solar का 5 kw ऑन -grid सोलर सिस्टम उत्तर प्रदेश शहरों,खासकर Meerut जैसे क्षित्रों में बेहद लोकप्रिय विकल्प बनता जा रहा है। इसकी कीमत,सब्सिडी और रोजाना की बचत इसे मध्यवर्गीय परिवारों के लिए व्यावहारिक बनाती है। केंद्र सरकार की PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana (PMSGY) के तहत मिलने वाली सब्सिडी इस सिस्टम को और भी किफायती बनाती है।

Meerut में 5kw सोलर सिस्टम की लागत क्या है?

Meerut में Loom Solar का 5 kW ऑन‑grid सोलर सिस्टम लगवाने की कुल लागत बिना किसी सब्सिडी के ₹2,90,000 से ₹3,00,000 तक आ सकती है। यह अनुमान प्रति किलोवाट ₹60,000 की दर पर आधारित है। इस लागत में सोलर पैनल्स, इन्वर्टर, वायरिंग, स्ट्रक्चर, इंस्टॉलेशन, और नेट‑मीटरिंग शामिल होते हैं। कुछ मामलों में कंपनी की वेबसाइट पर यह कीमत ₹2,75,000 तक भी जाती है, जो कि स्थान और ऑफर्स पर निर्भर करती है।

सब्सिडी की गणना केंद्र सरकार की तरफ से क्या मदद मिलती है?

PM Surya Ghar Yojana के तहत 3 किलोवाट तक की क्षमता पर सरकार ₹78,000 तक की सब्सिडी देती है। यदि कोई उपभोक्ता इससे अधिक यानी 5 kW का सिस्टम लगवाता है, तब भी अधिकतम सब्सिडी ₹78,000 तक ही सीमित रहती है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इस पर कोई अतिरिक्त राज्य स्तरीय सब्सिडी नहीं दी जाती है। यानी, Meerut में 5 kW सिस्टम पर अधिकतम ₹78,000 की केंद्रीय सहायता ही मिलेगी।

सब्सिडी के बाद कितनी होगी आपकी जेब से खर्च?

मान लीजिए Loom Solar का सिस्टम ₹3,00,000 में आता है, तो ₹78,000 की सब्सिडी घटाने के बाद ग्राहक को ₹2,22,000 का भुगतान करना होगा। यदि कंपनी की ओर से डिस्काउंट मिलने के कारण सिस्टम की कीमत ₹2,90,000 पड़ती है, तो कुल देय राशि ₹2,12,000 हो जाती है। यह लागत सोलर पैनल्स, इन्वर्टर, वायरिंग, इंस्टॉलेशन और नेट‑मीटरिंग को पूरी तरह कवर करती है। सब्सिडी की राशि इंस्टॉलेशन पूर्ण होने के बाद सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।

टेक्नोलॉजी के हिसाब से कितना सक्षम है यह सिस्टम?

Loom Solar का यह 5 kW का ऑन‑grid सिस्टम प्रति दिन 20 से 30 यूनिट तक बिजली उत्पन्न कर सकता है। इसमें 450 W से 575 W क्षमता वाले 9 से 10 मॉड्यूल्स की आवश्यकता होती है। यह सिस्टम बिजली की खपत को सीधे सपोर्ट करता है और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेज सकता है, जिससे उपभोक्ता को बिजली बिल में क्रेडिट मिलता है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि यह सिस्टम बैकअप सपोर्ट नहीं देता। यानी बिजली कटने की स्थिति में यह काम नहीं करता। यदि उपभोक्ता बैकअप चाहते हैं, तो उन्हें Hybrid या Off-grid सिस्टम की ओर जाना होगा, जिसकी लागत ₹4.5 लाख से ₹7.5 लाख तक हो सकती है। इन पर भी सब्सिडी अधिकतम ₹78,000 ही रहती है।

Also Readक्या सोलर कंपनियाँ आपके निवेश को सही दिशा दे सकती हैं? जानिए सटीक विश्लेषण

क्या सोलर कंपनियाँ आपके निवेश को सही दिशा दे सकती हैं? जानिए सटीक विश्लेषण

आवेदन प्रक्रिया क्या हैं जरूरी दस्तावेज और चरण?

PM Surya Ghar योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) द्वारा प्रमाणित विक्रेता से संपर्क करना जरूरी है। Loom Solar इस मान्यता प्राप्त लिस्ट में शामिल है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। इसके लिए आधार कार्ड, हालिया बिजली बिल, बैंक खाता विवरण और पासपोर्ट साइज़ फोटो की जरूरत होती है।

योजना का आवेदन PM Surya Ghar Yojana के पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। इंस्टॉलेशन पूरा होते ही सब्सिडी की राशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे जमा कर दी जाती है। ध्यान देना आवश्यक है कि सब्सिडी सीमित है और वेटिंग लिस्ट जल्दी भर सकती है, इसलिए आवेदन प्रक्रिया में देरी नहीं करनी चाहिए।

भविष्य की तैयारी क्यों जरूरी है Renewable Energy में निवेश?

भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक लाखों घरों में Rooftop Solar Panels लगाए जाएं। इसके लिए सब्सिडी, पोर्टल और इंस्टॉलेशन प्रक्रिया को अधिक सरल और पारदर्शी बनाया गया है। Loom Solar जैसी निजी कंपनियाँ इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कंपनी की वेबसाइट पर जाकर उपभोक्ता EMI, बीमा, वारंटी और AMC (Annual Maintenance Contract) की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

बढ़ती हुई बिजली दरों और लगातार बढ़ते लोड के बीच सोलर एनर्जी एक दीर्घकालिक समाधान है। यह न केवल आपके मासिक बिजली खर्च को कम करता है, बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ और कार्बन-मुक्त बनाता है।

Also Readइन 5 टूल्स से करें अपनी बैटरी की सेहत की जांच – फ्री में!

इन 5 टूल्स से करें अपनी बैटरी की सेहत की जांच – फ्री में!

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें